अब स्कूल- कॉलेजों में पढाई जाएगी प्रदेश की संस्कृति
राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के लिए गठित की गई टास्क फोर्स की रविवार को राज्य सचिवालय में पहली बैठक हुई। टास्क फोर्स के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में चार नई कमेटियों के गठन को मंजूरी दी गई।
इसके अलावा फैसला लिया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हिमाचल के स्कूल कॉलेजों में प्रदेश की संस्कृति की शिक्षा भी दी जाएगी। वोकेशनल शिक्षा के तहत परंपरागत कौशल को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया गया।
स्कूल शिक्षा बोर्ड और एससीईआरटी सोलन को इसके लिए 30 फीसदी पाठ्यक्रम तैयार करने को कहा गया। राज्य सचिवालय शिमला में रविवार दोपहर दो बजे के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के लिए बनाई गई टास्क फोर्स की बैठक हुई। टास्क फोर्स में 43 सदस्यों को शामिल किया गया है।
रविवार को हुई बैठक में 95 फीसदी सदस्यों ने भाग लिया। शिक्षा मंत्री ने बताया कि कोरोना संकट के बीच राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करना चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसके लिए सभी हित धारकों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि रविवार को हुई पहली बैठक में टास्क फोर्स के सभी सदस्यों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर उनके विचार जाने गए।
बैठक में फैसला लिया गया की पोस्ट ग्रेजुएशन, अंडर ग्रेजुएशन, प्रारंभिक और उच्च शिक्षा के लिए अलग से चार कमेटियां बनाई जाएंगी। इन कमेटियों द्वारा दिए जाने वाले सुझावों पर टास्क फोर्स के सदस्य चर्चा करेंगे।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि जल्द ही टास्क फोर्स की आगामी बैठक भी बुलाई जाएगी। टास्क फोर्स की पहली बैठक का संचालन सदस्य सचिव और समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने किया। इस अवसर पर शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर विस्तार से सभी सदस्यों को जानकारी दी।
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