नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत की कोविड वैक्‍सीन रणनीति की समीक्षा की

नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत की कोविड वैक्‍सीन रणनीति की समीक्षा की

Coronavirus Vaccine India Update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत की कोविड वैक्‍सीन रणनीति की समीक्षा की। यह समीक्षा बैठक ऐसे वक्‍त में हुई है जब ऑक्‍सफर्ड-एस्‍ट्राजेनेका की वैक्‍सीन के इमर्जेंसी अप्रूवल के लिए तैयार होने की बात सामने आ रही है। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘वैक्‍सीन डिवेलपमेंट, रेगुलेटरी अप्रूवल्‍स और प्रोक्‍योरमेंट्स से जुड़े महत्‍वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।’ एक प्रेस रिलीज में कहा गया कि वैक्‍सीन की सप्‍लाई चेन को बढ़ाया जा रहा है और नॉन-वैक्‍सीन सप्‍लाई भी तेज की जा रही है। कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की ट्रेनिंग और इम्‍प्‍लीमेंटेशन के लिए मेडिकल ऐंड नर्सिंग के स्‍टूडेंट्स के अलावा फैकल्‍टी को भी साथ लिया जाएगा।

रिव्‍यू मीटिंग में पीएम मोदी ने परखीं तैयारियां

प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के अलावा स्‍वास्‍थ्‍य, विदेश, नीति आयोग और कई महत्‍वपूर्ण विभागों के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने वैक्‍सीन के इमर्जेंसी अप्रूवल से लेकर वैक्‍सीन के उत्‍पादन और उसे हासिल करने की प्रक्रिया पर अपडेट ली। जैसे-जैसे फेज 3 ट्रायल्‍स के नतीजे आएंगे, रेगुलेटर्स उनकी जांच कर इस्‍तेमाल को मंजूरी देंगे। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला कह चुके हैं कि जैसे ही उनकी यूके पार्टनर एस्‍ट्राजेनेका फेज 3 ट्रायल्‍स के नतीजे जारी करते हैं, वे भारतीय रेगुलेटर के पास इमर्जेंसी अप्रूवल के लिए अप्‍लाई करेंगे। इसका मतलब यह है क‍ि प्राथमिकता सूची में शामिल हेल्‍थ वर्कर्स को जनवरी तक पहला टीका लग सकता है।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय कह चुका है कि वह जुलाई तक 25-30 करोड़ भारतीयों को टीका लगाना चाहता है। इसके लिए 50-60 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी। सरकार ने एक प्रॉयरिटी लिस्‍ट तैयार की है जिसके मुताबिक, सबसे पहली डोज फ्रंटलाइन हेल्‍थ वर्कर्स को लगेगी। उसके बाद आर्म्‍ड फोर्सेज, पुलिस, नगर निगम जैसी अथॉरिटीज की बारी आएगी। सीनियर सिटीजंस को भी पहले ही टीका लगाने की तैयारी है क्‍योंकि उन्‍हें कोरोना संक्रमण का खतरा ज्‍यादा है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!