Jupiter
Jupiter ग्रह 1.90 x 1027 किलोग्राम द्रव्यमान और 139,822 किमी के औसत व्यास के साथ, सौर मंडल का सबसे बड़ा और सबसे विशाल ग्रह है.
Jupiter गृह को भारतीय भाषा में बृहस्पति ग्रह के नाम से भी जाना जाता है.
पौराणिक कथाओं में रोमन देवताओं के राजा Jupiter के नाम पर इस गृह का नाम Jupiter रखा गया था.
Jupiter सौरमंडल का एक महत्वपूर्ण ग्रह है और हाल के वर्षों में, इस गृह के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी को हासिल करने के लिए कई प्रोग्रामो को शुरू किया गया है. जिस से बृहस्पति के बारे में अधिक जानने व् समझने में विज्ञानिको द्वारा सफलता हासिल की गई है.
Important Facts about Jupiter Planet
सौरमंडल में विद्यमान सभी ग्रहों में आकार में सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है
रात्रि के समय पृथ्वी के आकाश में चमकने वाली यह तीसरा सबसे चमकीला Object है.
Jupiter के वायुमंडल और सतह पर मुख्य रूप से हाइड्रोजन, हीलियम और अन्य तरल पदार्थ का विशाल भंडार हैं.
खगोल विज्ञानिको द्वारा Jupiter को गैसीय गृह की श्रेणी में रखा गया है. क्युकी इस ग्रह की सतह विभिन्न गैसो से ढकी हुई है.
Jupiter का आंतरिक व्यास: 139,822 किमी और ध्रुवीय व्यास: 133,709 किमी है.
Jupiter गृह को पृथ्वी से नंगी आँखों के द्वारा देखा जा सकता है
सन् 1610 में गैलीलीयो ने सबसे पहले बृहस्पति को दूरबीन से देखा था। बृहस्पति के उपग्रह गेनीमेड सौर मंडल में सबसे बड़ा चाँद है, बृहस्पति के वैसे तो 67 चांद है पर गेनीमेड बृहस्पति की सबसे बड़ी सैटेलाइट है। Ganymede 5,268 किमी व्यास का है, यह बुध ग्रह से भी बड़ा है हर ग्रह का चंद्रमा उसके अपने ग्रह की परिक्रमा करता है।
Jupiter को The Great Red Spot के लिए भी जाना जाता है, जिसकी खोज 17वीं शताब्दी में की गई थी. यह विशालकाय Red Spot बृहस्पति की सतह पर उठने वाली धूल भरी आंधी है जो इतनी विशाल है कि इस आंधी के आकार में पूरी पृथ्वी समा सकती है .
बृहस्पति के कुल 79 चंद्रमा है जिनमे से 4 चंद्रमाओ की खोज Galileo Galilei के द्वारा संन 1610 में की गई थी और इनका आकार कुल 79 चंद्रमाओं में से सबसे बड़ा हैं जिन्हे गैलीलियो उपग्रह के नाम से भी जाना जाता है.
.बृहस्पति अपने विशाल आकार के कारण सूर्य की ओर 600,000 मिलियन मील से लेकर 2 मिलियन मील के बीच के स्थान को प्रभावित करता है
गैनिमैड (GANYMEDE) बृहस्पति गृह का चंदमा है जो आकार में बुध गृह से भी बड़ा है. जिसे जनवरी 1610 में Galileo Galilei द्वारा खोजा गया था.
GANYMEDE चन्द्रमा का व्यास 5262.4 किमी और द्रव्यमान 1.48 x 10 ^ 23 किलोग्राम है.
Also Read About- Mercury, Venus, Earth, Mars
The Interior of Jupiter
Jupiter गृह का न्यूनतम तापमान -148 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है.
Jupiter का चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी की तुलना में 16 गुना अधिक शक्तिशाली है.अर्थात Jupiter अपनी कक्षा में ज्यादा देर रुकने वाले अंतरिक्ष यानो को आसानी से नष्ट कर सकता है..
Jupiter की आंतरिक सतह चट्टान, धातु और हाइड्रोजन यौगिकों के मिश्रण से बानी है.बृहस्पति के विशाल वातावरण के नीचे (जो कि मुख्य रूप से हाइड्रोजन से बना है), संपीड़ित हाइड्रोजन गैस, तरल धातु हाइड्रोजन और बर्फ, चट्टान और धातुओं की एक कोर की परतें हैं.
Jupiterके भूमध्य रेखा से 22 ° दक्षिण में स्थित The Great Red Spot बृहस्पति गृह का एक ऐसा बड़ा तूफान है जोकि कम से कम 350 वर्षों से निरंतर जारी है.
Jupiter का वायुमंडल हाइड्रोजन और हीलियम से बना है, लगभग उसी अनुपात में जैसा कि सूरज में पाया जाता है. हालांकि, इसमें अन्य अंतरिक्ष गैसों, जैसे अमोनिया, मीथेन और पानी की बहुत कम मात्रा शामिल है और बृहस्पति के वातावरण का 90% (एक विशाल अनुपात) हाइड्रोजन से बना है.
Jupiter Planet पर भी शनि गृह की तरह छल्ले बने हुए है, लेकिन ये छल्ले नाममात्र ही दिखाई देते है.
Jupiter के आंतरिक भाग में तीन क्षेत्र शामिल हैं, पहली एक चट्टानी कोर है जोकि ठोस तत्वों से बनी है, दूसरी विद्युत प्रवाहकीय तरल हाइड्रोजन की एक परत है और तीसरे क्षेत्र में हीलियम के साथ साधारण हाइड्रोजन होता है, जो ग्रह के वायुमंडल में संक्रमण करता है.
Jupiter Planet का अध्ययन करने के लिए NASA ने कुल 8 अंतरिक्ष यानो का उपयोग किया है. जिन्हें 1979 और 2007 के बीच नासा द्वारा बृहस्पति गृह की कक्षा में भेजा गया था. जिनके नाम क्रमश : Pioneer 10, Pioneer-Saturn, Voyager 1, Voyager 2, Ulysses, Galileo, Cassini और New Horizons है.
Europa moon भी बृहस्पति के चंद्रमाओं में से एक है जिस पर विज्ञानिको का दावा है की इस चंद्रमा पर जीवन की संभावनाएं हो सकती है.
7 दिसंबर 1995 को, Jupiter के वायुमंडल के पहले नमूनों को नासा के Galileo orbiter द्वारा एकत्र किया गया था, यह जांच Jupiter के वायुमंडल में अंतरिक्ष यान के द्वारा 200 किमी तक अंदर जाकर की गई थी और यह जाँच अंतरिक्ष यान के नष्ट होने से पहले 58 मिनट तक चली.
Jupiter का चुंबकीय क्षेत्र सूर्य की ओर 600,000 से 2 मिलियन मील तक फैला हुआ है. यह अपार चुंबकीय क्षेत्र अपने ध्रुवों पर शानदार aurora बनाता है.
NASA के विज्ञानिको द्वारा बृहस्पति गृह का ऊपरी वातावरण Cloud Belt और Zone में विभाजित किया गया है.जिसके तहत ये एरिया मुख्य रूप से अमोनिया क्रिस्टल, सल्फर और दो यौगिकों के मिश्रण से बना है.
Jupiter का चंद्रमा गैनीमेड सौरमंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा है.बृहस्पति के चंद्रमाओं को Jovian उपग्रह भी कहा जाता है, इनमें से सबसे बड़ा Ganymede, Callisto, IO Moon और Europa हैं.
Jupiter के छल्ले मुख्य रूप से वे धूमकेतु और क्षुद्रग्रहों के टुकड़े व् धूल कण है जो बृहस्पति गृह के द्वारा अपने वायुमंडल से बहार निकाले गए थे.
Jupiter के छल्ले Cloud Top से लगभग 92,000 किलोमीटर ऊपर से शुरू होता है और ग्रह से 225,000 किमी से अधिक तक फैला है.
Jupiter Planet के वायुमंडल में रंगीन बादल पाए जाते है जो लाल, भूरे, पीले और सफेद रंग के है. ये बादल ग्रह पर स्ट्रिप्स के रूप में दिखाई देते हैं और Jupiter को बहुत विशिष्ट रूप प्रदान करते हैं.
Jupiter Planet के वातावरण में मनुष्य एक पल भी नहीं जी सकता और इस गृह पर इंसानो के लिए सांस लेना भी असंभव है. इसी कारण विज्ञानिको द्वारा इस ग्रह पर जीवन तलाश के लिए योजनाओ को बनाया जाना असंभव है.
Jupiter को अपनी कक्षा में तेजी से घूमने के लिए भी जाना जाता है. ये गृह 9 घंटे और 55 मिनट में अपनी धुरी पर एक चक्र पूरा करता है.
सूर्य के प्रकाश को Jupiter तक पहुंचने में लगभग 43 मिनट लगते हैं.
सौर मंडल में Jupiter के पास सबसे बड़ा महासागर है, जोकि पानी के बजाय तरल हाइड्रोजन से बना एक महासागर है.
Jupiter को अधिक ऊष्मा उत्सर्जित करने वाले ग्रहो में गिना जाता है. उदहारण के तोर पर इस गृह का वायुमंडल बेहद गर्म हो सकता है.
Jupiter Planet का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी से अधिक है. उदाहरण के तोर पर पृथ्वी पर100 पाउंड वजनी एक अंतरिक्ष यात्री का वजन बृहस्पति पर 240 पाउंड होगा.
Jupiter का एक वर्ष पृथ्वी के 12 वर्ष के बराबर होता है.
Jupiter सौर मंडल के किसी भी अन्य ग्रह की तुलना में तेजी से गुमने वाला गृह है और यह सूर्य के चारों ओर अपना चक्कर पूरा करने में मात्र 10 घंटे लगाता हैं. इसका मतलब यह है कि पृथ्वी पर 24 घंटे की तुलना में Jupiter पर एक दिन की लंबाई केवल 10 घंटे है.
Jupiter एक हवादार ग्रह है जिस पर हवाएं 192 मील प्रति घंटे से लेकर 400 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से चलती है.
Jupiterका द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान के एक हजारवे हिस्से के बराबर है और अन्य सभी ग्रहों के द्रव्यमान के ढाई गुना के बराबर है.
Jupiter Planet पृथ्वी से 318 गुना अधिक भारी है.
Jupiter के वायुमंडल के संपर्क में आने वाली बाहरी वस्तुओ को ये ग्रह आसानी से जला देता है. इस कारण, इस ग्रह पर अध्ययन करने के लिए भेजे गए अंतरिक्ष यानो पर जलने का जोखिम रहता है.
विज्ञानिको द्वारा यूरेनस और नेपच्यून गृह को बर्फ का दिग्गज माना गया है और बृहस्पति और शनि ग्रह को गैस का दिग्गज माना जाता है.
आकाश में रेडियो तरंगे उत्सर्जन का सबसे बड़ा स्रोत Jupiter है, इसकी रेडियो तरंगें पृथ्वी पर भी प्राप्त होती हैं, लेकिन ज्यादातर मनुष्यों के लिए श्रव्य स्तर से नीचे हैं.
Jupiter को “सौर प्रणाली का वैक्यूम क्लीनर” भी कहा जाता है. क्युकि ये गृह पृथ्वी समेत कई ग्रहो को नुक्सान पहुंचाने वाले धूमकेतु और क्षुद्रग्रहों को अपनी और आकर्षित कर नष्ट (Jupiter की विशाल चुंबकीय ऊर्जा के कारण) कर देता है.
Jupiter में मंगल जैसे अन्य ग्रहों की कक्षा को बदलने की क्षमता है और इसका मुख्य कारण इसका वजन है.